जब गाँव वालों ने सूरज को ही आराधना किया, तब चाँद ने दिखा दी अपनी ख़ामोश ताकत और सबकी सोच बदल गई।

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पर इनकी रोशनी बहुत कम है अंधेरा इतना गहरा है की किसी को कुछ भी दिखाई नहीं देता अब खेतों में बाई का वक्त ए चुका था इसलिए किसने को सुबह जल्दी उठकर बुवाई के लिए जाना था पर चंद के ना होने से गहरा अंधेरा था अरे उठ जाओ आज खेत की बुवाई करनी है

ना जल्दी चलो नहीं तो बाद में तेज धूप हो जाएगी और फिर गर्मी में कम नहीं हो पाएगा हान खेत की बुवाई तो करनी है पर अभी रात है बाहर बहुत घाना अंधेरा है मुझे तो लगता है सुबह होने वाली है हमें चलना चाहिए

कैसे सुबह होने पर ही जाते हैं जब सुबह हुई तो यह दोनों खेत के लिए निकल पड़े लेकिन कुछ ही देर में तेज धूप ए गई और गर्मी के कारण खेत में कम करना मुश्किल हो रहा था बहुत गर्मी हो रही है चलो घर चलते हैं कल सुबह जल्दी ए जाएंगे हान सही का रही हो इस भयानक गर्मी में तो मुझसे भी कम नहीं होता कल आते हैं

वो आदमी और औरत दोनों घर चले गए अगले दिन भी जब वह उठे तो रात को चंद्रमा के ना होने की वजह से बहुत घाना अंधेरा था और आज भी वो दोनों जब उठे तो सूरज निकल चुका था सूरज की गर्मी के कारण खेत में कम करना मुश्किल हो रहा था

इस समस्या से परेशान होकर आदमी ने सूरत से कहावत नहीं है अगर आप रात को भी रहे तो हमें कभी भी चंद की जरूरत नहीं पड़ेगी और हम केवल आप ही की पूजा करेंगे अभी तो दोपहर का वक्त है क्या अभी से खाना बनाना शुरू कर डन नहीं रहा था

Ankit Verma

अंकित वर्मा एक रचनात्मक और जिज्ञासु कंटेंट क्रिएटर हैं। पिछले 3 वर्षों से वे डिजिटल मीडिया से जुड़े हैं और Tophub.in पर बतौर लेखक अपनी खास पहचान बना चुके हैं। लाइफस्टाइल, टेक और एंटरटेनमेंट जैसे विषयों में विशेष रुचि रखते हैं।

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