जब गाँव वालों ने सूरज को ही आराधना किया, तब चाँद ने दिखा दी अपनी ख़ामोश ताकत और सबकी सोच बदल गई।

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भूख से आदमी का बुरा हाल हो गया और दोनों ने खाना खा लिया   ही नहाने के बाद भी कितनी गर्मी लग रही है अब सूरज नहीं डालेगा इसलिए यह सब हो रहा है कोई बात नहीं चलो सोते हैं यह दोनों सोने के लिए चले जाते हैं

पर सूरज की गर्मी की वजह से दोनों परेशान हो जाते हैं इन्हें बहुत पसीना ए रहा है पर तेज हवा चलने के बाद भी इन्हें गर्मी से राहत नहीं मिलती इतनी गर्मी में तो मार ही जाएंगे काश सूरज ढाल जाता

तो गर्मी कम हो जाती और हम लोग चैन से सो पाते   मुझे भी लगता है की हमें चंद की जरूरत है चलो जाकर सूर्य देव से बात करते हैं हान ठीक है

चलो यह दोनों बाहर छत पर आते रना मुश्किल हो रहा है इसमें मैं क्या कर सकता हूं तुम ही ने कहा मुझे रात को रुकने के लिए इसलिए मैं रुका हूं चंद की भी जरूरत है क्योंकि हम इतनी धूप तो नहीं सह पाएंगे माफ कर दीजिए हमें आपकी भी जरूरत है  

आप वापस ए जाइए जिस तरह दिन में सूरज की जरूरत है उसी तरह रात में चंद की भी जरूरत है इन दोनों के बुलाने पर चंद्रमा वापस ए जाता है चंद्रमा को देखकर ये दोनों बहुत खुश होते हैं और उन्हें प्रणाम करते हैं चंद्रदेव जिस तरह हमेशा सूरज को जल चढ़ाते हैं और उनका स्वागत करते हैं

उसी तरह आज से हम लोग आपका भी स्वागत करेंगे अगर तुम्हें मेरी जरूरत है तो मैं तुम्हें रोशनी जरूर दूंगा मुझे माफ कर दो भाई मेरी तरह तुम भी इस दुनिया के लिए बहुत जरूरी हो अगर मैं दिन में उगने वाला सूरज हूं

तो तुम रात में उगने वाले सूरज हो गया और अंधेरा होने लगा तब चंद ने चारों तरफ अपनी खूबसूरत रोशनी दिखे दी आदमी और औरत दोनों ने चंद को प्रणाम किया और उनका स्वागत किया और दोनों चैन की नींद सो गए इस दुनिया में हर चीज का अपना महत्व है हमें किसी भी चीज के महत्व को कम नहीं समझना चाहिए

Ankit Verma

अंकित वर्मा एक रचनात्मक और जिज्ञासु कंटेंट क्रिएटर हैं। पिछले 3 वर्षों से वे डिजिटल मीडिया से जुड़े हैं और Tophub.in पर बतौर लेखक अपनी खास पहचान बना चुके हैं। लाइफस्टाइल, टेक और एंटरटेनमेंट जैसे विषयों में विशेष रुचि रखते हैं।

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