रामपुर के सब्ज़ी मार्केट से औरतें रहस्यमयी तरीके से गायब हो रही थीं पर जब एसपी मीरा खुद सब्ज़ी वाली बनकर वहाँ पहुँची

Published on:

लेकिन तभी कमरे का दरवाजा खुला और विजय अंदर आया। उसने देखा कि लड़कियां डक्ट के पास खड़ी थी और उसका शक जाग गया। वो गुस्से में मीरा की तरफ बढ़ा। उन्हें बालों से पकड़ कर खींच लिया और एक थप्पड़ और मारा। मीरा जमीन पर गिर पड़ी। लेकिन उन्होंने अपना हौसला नहीं छोड़ा।

विजय उन्हें धमकाने लगा। लेकिन मीरा ने अपने पुलिस ट्रेनिंग का इस्तेमाल किया। एक पल के लिए वो चुप रही और फिर एकदम से उठकर विजय के पेट में जोर से मुक्का मारा। विजय दर्द से करा उठा और इसी मौके पर मीरा ने उसकी गर्दन पर एक तेज चौक मारा जिससे वो बेहोश हो गया।

मीरा ने लड़कियों से कहा कि अब वक्त नहीं है। उन्हें तुरंत निकलना होगा। एक-एक करके सब लड़कियां सुरंग में घुसी और मीरा उनके पीछे रही ताकि कोई पीछे ना छूट जाए। बाहर निकलते ही उन्हें कंस्ट्रक्शन साइड के चारों तरफ गार्ड्स दिखाई दिए जो हथियार लिए खड़े थे।

मीरा ने लड़कियों को झाड़ियों के पीछे छिपने को कहा और धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगी। लेकिन एक गार्ड की नजर उन पर पड़ गई। उसने चिल्लाकर बाकी गार्ड्स को अलर्ट कर दिया और सब उनकी तरफ दौड़ पड़े। मीरा ने लड़कियों से कहा कि वह जल्दी से भागे और खुद गार्ड्स का सामना करने के लिए रुक गई।

एक गार्ड ने उन पर बटन से हमला किया लेकिन मीरा ने उसके हाथ से बटन छीन लिया और उसी से उस पर वार किया। दूसरे गार्ड ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की। लेकिन मीरा ने अपने मार्शल आर्ट्स स्किल्स का इस्तेमाल करके उसे जमीन पर पटक दिया। यह एक दिल दहलाने वाला लड़ाई का मैदान बन गया। जहां मीरा ने अपनी पूरी ताकत लगा दी।

इस दौरान लड़कियां कंस्ट्रक्शन साइट से बाहर निकल गई। मीरा ने भी आखिर में एक गार्ड को धक्का देकर वहां से भाग निकाली। बाहर पहुंचते ही उन्होंने अपने पॉकेट से एक छोटा सा मोबाइल फोन निकाला जो उन्होंने डिसगाइस के साथ छुपा कर रखा था।

उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल किया और अपनी लोकेशन बताई। कुछ ही देर में पुलिस फोर्स वहां पहुंच गई। विजय जो अभी भी बेहोश था और उसके साथियों को हथकड़ियां लगा दी गई। लड़कियों को सेफ घर भेजा गया और मीरा की बहादुरी की कहानी शहर में फैल गई।

इस तरह मीरा ने अपने दिमाग, हिम्मत और ट्रेनिंग के बल पर ना सिर्फ खुद को बचाया बल्कि कई लड़कियों की जिंदगी भी वापस लाई। विजय और उसके गैंग का अंत हुआ और रामपुर के सब्जी मार्केट में एक बार फिर अमन लौट आया। यह थी एक कहानी जो सस्पेंस, थ्रिल और क्राइम से भरी हुई थी। जिसमें एक पुलिस ऑफिसर ने अपने मिशन को अंजाम तक पहुंचाया।

Ankit Verma

अंकित वर्मा एक रचनात्मक और जिज्ञासु कंटेंट क्रिएटर हैं। पिछले 3 वर्षों से वे डिजिटल मीडिया से जुड़े हैं और Tophub.in पर बतौर लेखक अपनी खास पहचान बना चुके हैं। लाइफस्टाइल, टेक और एंटरटेनमेंट जैसे विषयों में विशेष रुचि रखते हैं।

Latest Stories

Leave a Comment