अब कभी घर से बाहर नहीं निकलेगी। यह खबर पूरी सोसाइटी में फैल गई। लोग फुसफुसाते। प्रियंका रात को क्लब जाती है। अश्लील हरकतें करती हैं। जब पापा बाहर निकलते, लोग ताने मारते, बुरी नजरों से देखते और कहते इसकी बेटी तो गैर लड़कों के साथ पार्टी करती है।
ना जाने क्या-क्या करती होगी। रोज-रोज ये ताने सुनकर पापा दुखी हो चले। उनका मन उदास रहता। काम में मन नहीं लगता और रातों को नींद नहीं आती। एक दिन प्रियंका की तबीयत खराब हो गई। अचानक पेट में दर्द होने लगा। डॉक्टर को बुलाया गया। डॉक्टर ने चेक किया और मां-बाप को बताया प्रियंका मां बनने वाली है।
यह सुनकर पापा का दिमाग खराब हो गया। गुस्सा इतना बढ़ा कि उन्होंने प्रियंका को घर से बाहर निकाल दिया हमेशा के लिए। प्रियंका रोती बिलखती बाहर निकली। लेकिन उसका कोई पता नहीं चला कि वह कहां चली गई। रात को मम्मी भावुक होकर पापा से बोली कि बेटी की चिंता हो रही है।
कुछ कीजिए। लेकिन पापा उसका नाम भी नहीं सुनना चाहते थे। फिर भी मम्मी अकेले ही उसे ढूंढने निकल पड़ी। कुछ देर ढूंढने के बाद पुलिस में रिपोर्ट लिखा दी। लेकिन प्रियंका का कोई अता-पता नहीं चला। अगली सुबह पुलिस ने जांच शुरू की। उन्हें पता चला कि नेहा ने प्रियंका को क्लब जाने के लिए मजबूर किया। शराब पिलाई और यह सब हुआ।
यह सुनकर मां-बाप को झटका लगा। उन्हें समझ आया कि सारी गलती नेहा की थी। नेहा को गिरफ्तार कर लिया गया और इस जुर्म में 5 साल की सजा हुई। लेकिन प्रियंका का कोई पता नहीं चला। रोज मां-बाप खुद को कोसते कि काश एक बार प्रियंका की बात सुन ली होती तो आज यह सब ना होता। वे रोज उसे ढूंढने की नाकाम कोशिश करते लेकिन हर बार निराशा हाथ लगती। जलन की व छोटी सी चिंगारी ने सब कुछ जला दिया।
प्रियंका की कहानी अब एक सबक बन गई। दोस्ती में ईर्ष्या का जहर कितना खतरनाक होता है। फिर भी मांबाप की खोज जारी रही। वे पोस्टर लगाते, सोशल मीडिया पर शेयर करते और हर संभव जगह ढूंढते। लेकिन प्रियंका मानो हवा में गायब हो गई थी। शायद वह एक नई जिंदगी जी रही थी। अपने बच्चे के साथ। लेकिन उसके दिल में भी मां-बाप की याद होगी। कहानी का अंत यहीं है। लेकिन सवाल बाकी है। क्या प्रियंका कभी लौटेगी? क्या मां-बाप का पछतावा उन्हें शांति दे पाएगा? जलन की आग में झुलसकर एक परिवार हमेशा के लिए बिखर गया।