अपार्टमेंट 706 की लाल रोशनी में गूंजती चीखें, जहां हंसी खेल में बदलकर मौत की खामोशी बन गई।

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वह सारा सबूत इकट्ठा करने लगी ताकि सच दुनिया के सामने आ सके। नैना पूरी रात अपार्टमेंट की तलाशी लेती रही। सुबह होते ही नैना ने पुलिस को फोन किया। पुलिस फोर्स पूरी तैयारी के साथ अपार्टमेंट में पहुंची। यह खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गई थी।

शहरवासी और मीडिया हाउस भी बिल्डिंग के पास जमा हो गए थे। मीडिया पल-पल की खबर लाइव बता रहा था। पुलिस जब अपार्टमेंट में पहुंची तो दरवाजा अंदर से खून से सना हुआ था। मीडिया कैमरे बाहर फ्लैश कर रहे थे। हर कोई सोच रहा था अंदर आखिर हुआ क्या? लोग कहने लगे कि अपार्टमेंट 706 शाबित है।

नैना की बताई हुई जगह पर अपार्टमेंट की दीवार की खुदाई की गई। दीवार की खुदाई करते-करते अचानक एक पुलिस ऑफिसर चिल्ला उठा। सब लोग वहां जमा हो गए। लेकिन जो दृश्य वहां लोगों ने देखा तो सब अचंभित रह गए।

उस दीवार में पांच लड़कियों की बॉडीज दफन थी। एक-एक करके पुलिस ने सारी बॉडीज को निकाला। एक बॉडी के पास नैना खड़ी हो गई और रोने लगी। यह नैना की बहन थी जिसके लिए नैना यहां आई थी। एसपी साहब नैना के पास आए और उसकी हिम्मत बढ़ाई। एसपी साहब बोले बेटा तुमने बहुत बड़ा काम किया है।

अगर तुम इन दरिंदों को नहीं मारती तो यह ना जाने कितनी लड़कियों की जान ले लेते। इस पर नैना बोली लेकिन क्या फायदा सर? अब मेरी बहन तो वापस नहीं आने वाली। काश मेरी बहन अपनी यौन इच्छाओं की गुलाम ना बनती और इन लोगों के साथ यहां ना आती। तो आज वह भी जिंदा होती।

यह खबर पूरे शहर में फैल गई। सारे लोग इस घटना से समझ गए कि बुराई का अंजाम हमेशा बुरा ही होता है और अपनी किसी भी इच्छा पूरी करने से पहले उसके अंत के बारे में हमेशा सोचना चाहिए।

Ankit Verma

अंकित वर्मा एक रचनात्मक और जिज्ञासु कंटेंट क्रिएटर हैं। पिछले 3 वर्षों से वे डिजिटल मीडिया से जुड़े हैं और Tophub.in पर बतौर लेखक अपनी खास पहचान बना चुके हैं। लाइफस्टाइल, टेक और एंटरटेनमेंट जैसे विषयों में विशेष रुचि रखते हैं।

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