Story
अपार्टमेंट 706 की लाल रोशनी में गूंजती चीखें, जहां हंसी खेल में बदलकर मौत की खामोशी बन गई।
रात के अंधेरे में अपार्टमेंट 706 के अंदर एक लड़की जिसके दोनों हाथ और पैर बांधे हुए थे। मुस्कुरा कर बोली आओ मेरे पास मुझे अपनी मर्दानगी दिखाओ। राहुल और विक्रम दोनों मुस्कुराते हुए उसके पास आए और बोले जान आज तुम्हें बहुत मजा आने वाला है। लेकिन वह लड़की उस रात के बाद कभी किसी को ...
जब गाँव वालों ने सूरज को ही आराधना किया, तब चाँद ने दिखा दी अपनी ख़ामोश ताकत और सबकी सोच बदल गई।
एक दिन की बात है जब सूरज ढाल रहा था और चंद आगरा था तो सूरज ने चंद से पूछा प्रणाम क्यों नहीं करता ऐसा नहीं है भाई हर कोई एक जैसा नहीं होता कई लोग मुझे भी प्रणाम करते हैं और मैं तो जब भी उगता हूं तो सारी ...
रामदास की ईमानदारी पर लगा दाग, पूरा गांव सन्न लेकिन नंदू की सोच ने अंधेरे में रोशनी जगा दी।
नंदपुर गांव अपनी सादगी, हरियाली और शांत वातावरण के लिए जाना जाता था। यहां की मिट्टी में कुछ खास था। एक अपनापन, एक मिठास। उसी गांव में एक सम्मानित व्यापारी रहते थे। सेठ रामदास। रामदास जी का व्यापार कपड़ों का था और आसपास के कई गांव में उनकी दुकान मशहूर थी। उनके साथ उनकी पत्नी शारदा, बेटा ...
हर सुबह मिट्टी की खुशबू संग उठे चंपा का सपना नदी के उस पार छुपी अनकही दुनिया को जानना।
गांव की जिंदगी की सबसे खास बात यही होती है कि यहां हर सुबह अपने साथ मिट्टी की एक अलग सी खुशबू लाती है। वही महक जो शहरों में किसी इत्र में नहीं मिलती और इसी मिट्टी में पली बड़ी थी हमारी चंपा। 17 साल की चुलबुली मगर उतनी ही समझदार लड़की जिसकी आंखों में पूरे ...
गांव की पंचायत से सच सामने आया, और मंदिर की चौखट पर मोहन ने कांपते हाथों से अपना पाप कबूल किया।
यह कहानी एक छोटे से गांव की है जिसका नाम था रामपुर। यह गांव अपने शांत वातावरण और मेहनती लोगों के लिए जाना जाता था। लेकिन जहां अच्छाई होती है वहीं बुराई भी छुपी रहती है। इस कहानी में दो मुख्य पात्र हैं। रघु और मोहन। रघु एक ईमानदार किसान था। वो सुबह से शाम तक ...
भीड़ में राखियां बेचती साधारण लड़की को कोई नहीं पहचान पाया सच यह था कि वह जिले की एसपी राधिका थी।
बात उस दिन की है जब सुबह की पहली किरणें धीरे-धीरे शहर को जगाने लगी थी। तारीख थी 7 अगस्त 2025 गुरुवार और घड़ी की सुइयां 10:05 पर ठहर गई थी। शहर में रक्षाबंधन की तैयारियां जोरों पर थी। लेकिन एक घर में जहां आमतौर पर शांति छाई रहती थी आज कुछ अलग ही हलचल थी। ...
गाय का दूध फटने से शुरू हुई मुसीबत, बिरजू और सरिता ने मोमोज से ऐसा कमाल किया कि पूरा शहर दीवाना हो गया।
किसी गांव में बिरजू नाम का एक आदमी अपनी पत्नी सरिता के साथ रहा करता था बिरजू बहुत मेहनती था और बहुत अच्छा इंसान भी था उसके पास घर का गुजारा करने के लिए एक गाय थी जो इतना दूध दे दिया करती थी जिससे बिरजू और उसकी पत्नी को दो वक्त की रोटी मिल जाया ...
हर सुबह नेहा के बिस्तर पर एक मरा हुआ सांप का बच्चा मिलता था क्या ये श्राप था या कोई भयानक रहस्य?
बनारस की व्यस्त गलियों से दूर एक शांत लेकिन रहस्यमई गांव विशालपुर में नेहा नाम की एक युवती कुछ महीनों के लिए पहुंची थी। नेहा बनारस में एक छोटी सी किताबों की दुकान चलाती थी। जहां वह किताबों की दुनिया में खोई रहती। लेकिन उसकी नानी जो 5 साल पहले इस दुनिया से विदा हो चुकी ...
सूरजपुर गांव की रातें सिर्फ अंधेरी नहीं थीं, बल्कि खून से लिखी दास्तानों से लथपथ थीं यहां डर भूतों का नहीं, इंसानों का था।
नमस्ते दोस्तों। आज मैं आपको एक ऐसी कहानी सुनाने जा रहा हूं जो आपके रोंगटे खड़े कर देगी। यह कहानी है सूरजपुर गांव की। एक ऐसा गांव जो बाहर से देखने में शांत और हरा भरा लगता है। लेकिन इसके अंदर छिपा है एक ऐसा अंधेरा जो इंसानियत को शर्मसार ...
रेगिस्तान के बीच बने उस रहस्यमई महल में, तीनों बहनों ने राहुल से कहा हमसे निकाह कर लो वरना तुम यहां से कभी नहीं निकल पाओगे।
राहुल एक 25 साल का नौजवान था जिसके दिल में हमेशा कुछ नया करने की चाहत रहती थी। उसे किताबों में रेगिस्तान की कहानियां पढ़ना पसंद था और एक दिन उसने फैसला किया कि वह अरब के रेगिस्तान की सैर करेगा। अपने दोस्तों के साथ वह इस यात्रा पर निकला। ...









