
Ankit Verma
कमला देवी उम्रदराज़ थीं। चश्मा लगाए धीमी चाल से घर का काम सँभालतीं, लेकिन उनका दिल हर रोज़ एक बोझ लेकर जीता था।
सुबह की धूप आँगन में फैल रही थी। राधा ने जल्दी-जल्दी बच्चों का टिफ़िन तैयार किया और पति मनोज के लिए नाश्ता परोसा। जैसे ...
सीमा ने गहरी साँस ली, जैसे कोई भारी बोझ भीतर से बाहर निकालना चाह रही हो। फिर धीरे से बोली उन्होंने माँ-पापा को बाँट दिया है।
सुबह का समय था। मोहल्ले की गलियाँ अपनी रोज़मर्रा की रौनक में डूबी थीं। गली के कोने पर दूधवाला घंटी बजा-बजाकर अपनी मौजूदगी जताता ...
नीरा कुछ कह पाती, तभी भीतर से उसका भाई, विजय बाहर आया। विजय का चेहरा गंभीर था, पर उस गंभीरता में बहन के लिए अपनापन कहीं खो गया था।
माँ की चिट्ठी (अध्याय 1) गाँव के बीचोबीच, सदियों पुराना पीपल का पेड़ अपनी फैली हुई शाखाओं के साथ जैसे हर गुजरते इंसान की ...
सड़क हादसा, अस्पताल की खामोशी और वो अनजान बुज़ुर्ग एक इमोशनल कहानी माँ की दुआ, पत्नी का साथ और इंसानियत के असली मायने समझाती हुई
जब होश आया तो सबसे पहले कानों में बीप-बीप की मशीन की आवाज़ पड़ी। आँखें खोलीं तो धुंधली-सी आकृति दिखी। धीरे-धीरे सब साफ़ हुआ ...
दो दिन बाद सुबह का अख़बार खोला तो दिल दहल गया। एक सड़क हादसे की खबर थी। लिखा था कि एक बस ड्राइवर ने रात में शराब पी रखी थी
शाम का समय था। कस्बे की पुरानी किताबों और खिलौनों की दुकान पर मैं यूँ ही घूम रहा था। कोने में बच्चों के खिलौनों ...
गाँव में सेठ जगन्नाथ जमींदार का बड़ा रुतबा था। सारा इलाका उन्हें सलाम करता, उनकी हवेली पूरे गाँव में किसी राजमहल से कम न थी।
गाँव में सेठ जगन्नाथ जमींदार का बड़ा रुतबा था।सारा इलाका उन्हें सलाम करता, उनकी हवेली पूरे गाँव में किसी राजमहल से कम न थी। ...
कुछ देर इंतज़ार करने के बाद आकाश गुस्से में कमरे तक आ गया और दरवाज़े के पास खड़ा होकर बोला बहुत ज्यादा घमंड चढ़ गया है तुम्हें।
रात के करीब आठ बज रहे थे।पूरे घर में सन्नाटा था, बस किचन से बर्तनों की हल्की खटपट सुनाई दे रही थी।नंदिनी अपने कमरे ...



















