
Ankit Verma
आधी रात को लेडी एसपी के घर में एक मजदूर सहमा बैठा था। एसपी मैडम उस मजदूर से बोली राघव मुझे अपनी ईमानदारी नहीं अपनी मर्दानगी दिखाओ।
आधी रात को लेडी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस के घर में एक मजदूर सहमा बैठा था। एसपी मैडम उस मजदूर से बोली राघव मुझे अपनी ...
अपार्टमेंट 706 की लाल रोशनी में गूंजती चीखें, जहां हंसी खेल में बदलकर मौत की खामोशी बन गई।
रात के अंधेरे में अपार्टमेंट 706 के अंदर एक लड़की जिसके दोनों हाथ और पैर बांधे हुए थे। मुस्कुरा कर बोली आओ मेरे पास मुझे अपनी मर्दानगी ...
जब गाँव वालों ने सूरज को ही आराधना किया, तब चाँद ने दिखा दी अपनी ख़ामोश ताकत और सबकी सोच बदल गई।
एक दिन की बात है जब सूरज ढाल रहा था और चंद आगरा था तो सूरज ने चंद से पूछा प्रणाम क्यों नहीं करता ...
रामदास की ईमानदारी पर लगा दाग, पूरा गांव सन्न लेकिन नंदू की सोच ने अंधेरे में रोशनी जगा दी।
नंदपुर गांव अपनी सादगी, हरियाली और शांत वातावरण के लिए जाना जाता था। यहां की मिट्टी में कुछ खास था। एक अपनापन, एक मिठास। उसी गांव में ...
हर सुबह मिट्टी की खुशबू संग उठे चंपा का सपना नदी के उस पार छुपी अनकही दुनिया को जानना।
गांव की जिंदगी की सबसे खास बात यही होती है कि यहां हर सुबह अपने साथ मिट्टी की एक अलग सी खुशबू लाती है। वही महक ...
गांव की पंचायत से सच सामने आया, और मंदिर की चौखट पर मोहन ने कांपते हाथों से अपना पाप कबूल किया।
यह कहानी एक छोटे से गांव की है जिसका नाम था रामपुर। यह गांव अपने शांत वातावरण और मेहनती लोगों के लिए जाना जाता था। लेकिन जहां ...
भीड़ में राखियां बेचती साधारण लड़की को कोई नहीं पहचान पाया सच यह था कि वह जिले की एसपी राधिका थी।
बात उस दिन की है जब सुबह की पहली किरणें धीरे-धीरे शहर को जगाने लगी थी। तारीख थी 7 अगस्त 2025 गुरुवार और घड़ी की सुइयां 10:05 ...
गाय का दूध फटने से शुरू हुई मुसीबत, बिरजू और सरिता ने मोमोज से ऐसा कमाल किया कि पूरा शहर दीवाना हो गया।
किसी गांव में बिरजू नाम का एक आदमी अपनी पत्नी सरिता के साथ रहा करता था बिरजू बहुत मेहनती था और बहुत अच्छा इंसान भी था उसके ...
हर सुबह नेहा के बिस्तर पर एक मरा हुआ सांप का बच्चा मिलता था क्या ये श्राप था या कोई भयानक रहस्य?
बनारस की व्यस्त गलियों से दूर एक शांत लेकिन रहस्यमई गांव विशालपुर में नेहा नाम की एक युवती कुछ महीनों के लिए पहुंची थी। नेहा बनारस में ...
सूरजपुर गांव की रातें सिर्फ अंधेरी नहीं थीं, बल्कि खून से लिखी दास्तानों से लथपथ थीं यहां डर भूतों का नहीं, इंसानों का था।
नमस्ते दोस्तों। आज मैं आपको एक ऐसी कहानी सुनाने जा रहा हूं जो आपके रोंगटे खड़े कर देगी। यह कहानी है सूरजपुर गांव की। ...










